तन मन हम भी न्यौछावर कर देंगे। ये वादा है तुझसे, हे माँ भारती। तन मन हम भी न्यौछावर कर देंगे। ये वादा है तुझसे, हे माँ भारती।
माँ भारती के लाल आज रण में चले। पहन के कफन वीरता का तन में चले।। माँ भारती के लाल आज रण में चले। पहन के कफन वीरता का तन में चले।।
जाओ विजयी होकर आना, तिरंगे का सम्मान बढ़ाना। जाओ विजयी होकर आना, तिरंगे का सम्मान बढ़ाना।
मौसम कितने अब आएंगे -जाएंगे, पर इक साजन तुम ना अब आओगे। मौसम कितने अब आएंगे -जाएंगे, पर इक साजन तुम ना अब आओगे।
शीश कटाया है ना जाने कितने वीरों ने, मुझे भी अर्पित हो जाने दो। शीश कटाया है ना जाने कितने वीरों ने, मुझे भी अर्पित हो जाने दो।
सजा थाल में दीपक प्रियवर,चंदन का तिलक लगाती है! सजा थाल में दीपक प्रियवर,चंदन का तिलक लगाती है!